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Fitness - Types of Fitness , and

What is Fitness? फिटनेस का सही मतलब।

Fitness

Fitness को लेकर हर किसी इंसान की अलग-अलग राय होती है, कोई कहता है की अगर हम लम्बे समय तक चल लें या जॉगिंग कर लें तो हम फिट हैं, तो किसी का मानना होता है कि कोई इंसान bodybuilder सा दिखता है या जिसके six-pack abs होते हैं तो वो फिट होता है, पर यह ज़रूरी नहीं कि वह इंसान पूरी तरह fit हो क्यूँकि वह लोग fitness के एक कंपोनेंट् की बात कर रहे हैं जबकि complete fitness को पाने के लिए हम सभी को fitness के सभी कंपोनेंट्स यानि fitness के पहलुओं पर काम करना होता है|

आम तौर से लोगों में यह धारणा है कि यह सब सिर्फ पुरुषों के लिए होता है पर असल में ऐसा नहीं है, फिटनेस सभी के लिए ज़रूरी है चाहे वो किसी भी उम्र या वर्ग का इंसान हो, इसमें बच्चे,पुरुष, महिलाएं, बुज़र्ग सभी आते हैं |
तो क्या होता है fitness का सही मतलब? इसे कैसे पाया जाये? और फिट रहने के क्या क्या फायदे होते हैं? ये सभी बातें आपको यहाँ जानने को मिलेंगी |

What is the correct meaning of fitness? (फिटनेस का सही मतलब क्या होता है?)

यदि कोई इंसान अपनी दिनचर्या में सभी काम आसानी से बिना ज्यादा थके, बिना अपने को कोई चोट पहुँचाये कर ले और उस इंसान के शरीर में थुलथुलापन ना हो और उसे कोई बीमारी भी ना हो तो हम कह सकते हैं की वह इंसान पूरी तरह से फिट है|और इसे पाने के लिए fitness के सभी 5 कंपोनेंट्स पर काम करना ज़रूरी होता है|

Fitness के 5 कंपोनेंट्स:

1.Cardiovascular endurance

(कार्डियोवैस्कुलर इन्डोरंस )

Swimming, cycling, jogging

यानि हमारे ह्रदय और फेफड़ों की पूरी बॉडी में खून (ऑक्सीजन से भरपूर) को हर समय संचालित करने की क्षमता और ताकत|
इस कॉम्पोनेन्ट को हम एरोबिक एक्सरसाइजेज (aerobic exercise) करके strong बना सकते हैं |


(एरोबिक एक्सरसाइज वह एक्सरसाइज होती हैं जिन्हें हम लम्बे समय (3 मिनट से ऊपर) तक कर सकते हैं बिना रुके| जैसे 5-10 कि.मी चलना, 10-20 मिनट साइकिल चलाना, स्विमिंग करना आदि|)

2. Muscular endurance (मस्कुलर इन्डोरंस)

Components of fitness
Walking with weights in hand.

यानि हमारे मांसपेशियों की लम्बे समय तक लगातार काम करने की क्षमता वो भी बिना ज्यादा थके हुए| जैसे-कंधे पर बैग, हाथ में सूटकेस या अन्य सामान लेकर चलना या फिर ऑफिस या घर की लिफ्ट या एस्कलेटर्स खराब होने पर कई फ्लोर तक सीढ़ियाँ चढ़ना|
हम जितनी भी एरोबिक एक्सरसाइजेज करते हैं उनसे हमारी मसल्स की इन्डोरंस भी बढ़ती है जैसे साइकिल चलाने से पैर के मांसपेशियों की, स्विमिंग करने से हाथों और पैरों की इन्डोरंस बढ़ती है|

3.Muscular strength (मस्कुलर स्ट्रेंथ)

Weight training

यानि हमारी मांसपेशियों की ताकत जो हमें कोई भी भारी सामान उठाने या खिसकाने के लिए चाहिए होती है| जैसे- पलंग को खिसकाना, पानी की बाल्टी को उठाना, कार को धक्का लगाना आदि| इन सभी कामों में हमारे मांसपेशियों की ताकत लगती है| जितना हमारी मांसपेशियां ताकतवर होंगी उतना ही हमें चोट लगने का खतरा कम होता है|

मांसपेशियों की ताकत को हम weight ट्रेनिंग एक्सरसाइज करके बढ़ा सकते हैं weight ट्रेनिंग चाहे gym में weight लेके करें या घर पर अपने body weight से एक्सरसाइज करें|
ये सभी के लिए ज़रूरी होती है चाहें वो महिला, पुरुष, बच्चे या बुजर्ग हो|

4. Flexibility (फ्लेक्सिबिलिटी)

Stretching

यानि हमारे शरीर का लचीलापन|जब हमारी मांसपेशियां बिना किसी शारारिक बाधा के अपने full range में मूव हो पाते हैं तो इसका मतलब हमारे शरीर में अच्छा लचीलापन है |जैसे- आगे की ओर नीचे झुकना अपने पैरों को छूने के लिए बिना पैरों को मोड़े, ज़मीन पर कमर सीधा करके बैठना आदि|हम अपने शरीर के लचीलेपन को बढ़ाने के लिए stretching या yoga का सहारा ले सकते हैं|

5. Ideal body composition (आदर्श शरीर रचना)

Low body fat%

यानि हमारे शरीर में फैट (चर्बी) और मसल्स (मांसपेशियां) का वजन|
एक हैल्थी पुरुष में फैट का वज़न उनके पूरे शरीर के वजन का 10 से 15 प्रतिशत होना चाहिए और हैल्थी महिलाओं में फैट का वज़न 15 से 20 प्रतिशत होना चाहिए|अगर ये फैट प्रतिशत इस रेंज से ऊपर होता है तो इसे हमें कम करने की आवश्यकता होती है क्यूंकि ज़रूरत से ज्यादा फैट (चर्बी) शरीर में बीमारियाँ पैदा करता है|

शरीर में फैट की जाँच नज़दीकी gym या health clinic जा के चैक करवाएं और अब तो कुछ metro stations पर भी यह सुविधा उपलब्ध है|फैट को नार्मल रेंज में रखने के लिए नियमित व्ययाम करें और संतुलित आहार का सेवन करें| जितना शरीर में चर्बी कम होगी उतना ही शरीर फिट रहेगा|

शरीर को फिट रखने के 7 फायदे:

1.हम फिट रहकर अपने शरीर को कई बीमारियों से बचा सकते हैं जैसे मोटापा, हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, हार्ट अटैक आदि|

2.हम प्रतिदिन अच्छा खाना खायेंगे और व्ययाम करेंगे तो हमारी शरीर की हड्डियों और मांसपेशियों को ताकत मिलेगी|

3.अगर हम फिट रहेंगे तो हमारा दिमाग भी तेज़ चलेगा|

4.फिट रहने से हमारे शरीर के हॉरमोन्स भी संतुलित रहते हैं|

5.अगर हम फिट रहेंगे तो हम ना ही शारीरिक रूप से बल्कि मानसिक रूप से भी मज़बूत बनते हैं और डिप्रेशन जैसी बढ़ती बीमारी से बचे रह सकते हैं|

6.फिट रहने से हमारा मूड भी अच्छा रहता है|

7.फिट रहने से हमारे शरीर में रोगो से लड़ने की क्षमता भी बढ़ जाती है |

5 components of fitness। FitnessRaahi.com
तो रोज़ाना व्ययाम करें, अच्छा व संतुलित आहार का सेवन करें और अच्छी नींद लें, जिससे आपका शरीर फिट और रोगों से मुक्त रहे l

इस इनफार्मेशन को अपने परिवार और दोस्तों के साथ भी शेयर ज़रूर करें और कमेंट में लिखे की आपको ये इनफार्मेशन कैसी लगी और आगे आप किन चीज़ो के बारे में एक्सपर्ट से जानना चाहते हैं?
धन्यवाद|

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